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Mutual Fund क्या है? Mutual Fund basic information in Hindi

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Mutual Fund : म्युच्युअल फंड इन्वेस्टमेंट के लिए सबसे अच्छा ऑप्शन है. Mutual Fund को हिंदी में पारस्परिक निधि भी कहते है. म्युच्युअल फंड में कई सारे इनवेस्टर्स का पैंसा इकठ्ठा किया जाता है. और उन पैसो से सामूहिक निवेश किया जाता है. और यह सामूहिक निवेश को फंड व्यवस्थापक (Fund Manager) द्वारा नियंत्रित किया जाता है.

Mutual fund क्या है ? what is mutual fund in hindi

निवेशकों (Investors) से इकठ्ठा किये हुए इन पैसो को फंड मैनेजर stocks, Bonds, बैंक सिक्युरिटीज आदि, में निवेश करते है. Mutual fund से कोई भी आसानी से पैसा कमा सकता है. Mutual Fund में निवेश करने के लिए हमें स्टॉक मार्केट की अच्छा नॉलेज नहीं होगा तो भी चल सकता है. इसमें इन्वेस्ट करने के लिए आपके पास हजारो रुपये की जरुरत भी नहीं. आप सिर्फ ५०० रुपये मंथली mutual fund में invest कर सकते है.

तो चलिए दोस्तों, इस पोस्ट में हम म्युच्युअल फंड क्या है? और क्या म्युच्युअल फंड में निवेश करना सही है? म्युच्युअल फंड में निवेश करने के फायदे और नुकसान कौन कौन से है? इन सारे सवालों जवाब जाननेवाले है. तो इस पोस्ट के अंत तक जरूर पढ़े.

Mutual Fund क्या है? What is Mutual Fund in Hindi?

आप अबतक Mutual Fund के बारे में काफी जान चुके होंगे. फिर भी एकबार संक्षिप्त से म्युच्युअल फंड के बारे में जान लेते है.

Mutual Fund यह एक अंग्रेजी शब्द है. जिसे हिंदी में “पारस्परिक निधि” भी कहा जाता है. Mutual Fund में अलग अलग निवेशकों के पैसो को इकट्ठा किया जाता है. इसीलिए हम इसे सामूहिक निधि भी कह सकते है. इकट्ठा किये हुए सभी रकम को Professional Fund Manager द्वारा अलग अलग Funds के माध्यम से Stocks, Bonds और Bank Securities में निवेश किया जाता है.

तो चलिए वह अलग अलग funds कौनसे है और वह funds हमारे पैसो को कहा कहा invest करते है ये जान लेते है.

Mutual Fund किस किस प्रकार के होते है ? What are the types of Mutual Funds in Hindi?

Mutual Fund के कई सारे प्रकार है. पर इन सभी को हम दो हिस्सों में बाट सकते है- 1. संरचना के आधार पर 2. Assets के आधार पर

A. संरचना के आधार पर

1. ओपन एंडेड म्युच्युअल फंड (Open Ended Mutual Fund)

यह mutual fund का का ऐसा प्रकार है जिसमे entry और exit का कोई लिमिट नहीं होता. इसमें आप कभी भी funds को खरीद सकते है और बेच भी सकते है. याने की fund को खरीदने या बेचने के लिए कोई निश्चित तारीख या समय नहीं होता है.

इसीलिए म्युच्युअल फंड के इस प्रकार को investors द्वारा बहुत पसंद किया जाता है.

2. क्लोज एंडेड म्युच्युअल फंड (Close Ended Mutual Fund)

म्युच्युअल फंड की यह योजना ओपन एंडेड म्युच्युअल फंड की बिलकुल विरुद्ध है. इस प्रकार में Entry और Exit हम सिर्फ निर्धारित समय पर ही कर सकते हैं. याने की Fund को सिर्फ निर्धारित समय पर ही खरीद सकते है या बेच सकते है. इस तरह के फंड का यूज शेअर मार्किट में इन्वेस्ट करने के लिए किया जाता है. इन फंड का यूज trading के लिए भी किया जाता है.

3. इंटरवल फंड (Interval Funds)

Fund का यह प्रकार open ended funds और close ended funds दोनों से बना है. यह fund इन दोनों के सभी सेवा एवं सुविधा को प्रदान करता है.

ये है, Mutual Fund के संरचना के आधार पर प्रकार।

B. Assets के आधार पर

1. डेब्ट फंड्स (Debt Funds)

इस तरह के फंड्स में बहुत ही काम जोखिम रहती है. पर इस तरह के फंड्स से हम ज्यादा रिटर्न की भी उम्मीद नहीं कर सकते.

इन फंड्स की रकम को बॉन्ड्स(Bonds) और कॉर्पोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट (corporate fixed deposite), बैंक डिपॉजिट्स, कंपनी बॉन्ड्स में इन्वेस्ट किया जाता है. और बचे हुए पैसे को शेयर्स में इन्वेस्ट किया जाता है.

2. लिक्विड फंड्स (Liquid Funds)

Debt Fund की तरह ही Liquid fund में कम जोखिम होती है. इस तरह फंड काम समय वाले उपकरणों में invest करते है, इसीलिए इस फंड को ज्यादातर लोग पसंद करते है.

3. इक्विटी फंड्स (Equity Funds)

यह फंड्स रक़म को Share Market में invest करते है. अगर आप Equity Funds में पैसे invest करके उससे ज्यादा मुनाफा चाहते हो तो आपको यह investment काफी समय के लिए करनी पड़ेगी.

4. मनी मार्केट फंड्स (Money Market Funds)

इस तरह के फंड को हम Short Term Fund भी कह सकते है.

5. बैलेंस म्युच्युअल फंड्स (Balanced Mutual Fund)

इस फंड का जैसा नाम है, वैसेही यह fund दो funds से बना है. जिसमे Equity Fund और दूसरा Debt Fund. Balanced Mutual Fund में जमा हुए रकम को इक्विटी फंड्स और डेब्ट फंड्स में invest किया जाता है.

500 रुपये से शुरुवात करे (Start with Rs.500)

हां, ये सच है. आप म्युच्युअल फंड में केवल 500 रुपये हर महीने निवेश कर सकते है. आम इंसान की mutual fund के बारे में एक सोच बन चुकी है. की यह म्युच्युअल फंड सिर्फ बड़े लोगो के लिए होता है. mutual fund में निवेश करने के लिए कई सारे पैसो जरुरत होती है. पर ऐसा कुछ नहीं है, म्युचुअल फंड आम आदमी से बड़े याने आमिर तक सभी के लिए है. और कोई भी इसमें निवेश कर सकता है. सबसे पहले आप कम पैसो को निवेश कर सकते हो और यह लिमिट धीरे धीरे बढ़ा सकते हो.

म्युच्युअल फंड में इन्वेस्टमेंट कैसे करे (How to invest in Mutual Funds in Hindi)

अबतक आपने Mutual Fund kya hai? Mutual Fund ke types के बारे में भी जानकारी हासिल की है. साथ ही साथ आप ये भी समज गए होंगे की Mutual Fund में निवेश करने के लिए ज्यादा पैसो की जरुरत नहीं होती. सिर्फ 500 रुपये प्रतिमहीना से भी आप निवेश करना शुरू कर सकते है.

पर आपको Mutual Fund mai nivesh kaise karana hai इसकी बिलकुल जानकारी नहीं होंगी. तो चलिए म्युच्युअल फंड में इन्वेस्टमेंट कैसे करना है ये भी जान लेते है.

वैसे तो market में कई सारे मोबाईल ऍप्लिकेशन्स है जिनका यूज करके आप Mutual Fund में आसानी से Invest कर सकते है. उनमे से ये है कुछ Android Apps – Groww, PayTm Money, Zerodha Coin, KTrack, myCAMS, etc.

इनमे से मैं अपनी तरफ से आपको Groww Mutual Fund App रेफेर करना चाहूंगा. क्योकि इस ऍप को मैं बहुत दिनों से यूज कर रहा हु.

अगर आप Groww Mutual Fund Application को इनस्टॉल करके Mutual Fund में पैसे invest करना चाहते हो. तो आप इस लिंक का यूज करके Groww App डाउनलोड कर सकते हो. >> Download Groww App Now

अगर आपने पहले से ही आपका Groww का account खोला हो तो उसे Sign-in करके डायरेक्ट म्युच्युअल फंड में इन्वेस्ट कर सकते है. पर आपका account पहले से नहीं आपको Sign up करके account बनाना होगा. Groww का account खोलते समय आपका बैंक अकाउंट और आपके पास Pan Card होना बहुत जरुरी है. एकबार आपका account बन जाये तो आप भी mutual fund में निवेश करना शुरू कर सकते है.

Mutual Fund में निवेश की शुरुवात (Start of Investing in Mutual Funds in Hindi)

Mutual Fund में शुरुवात करना है तो इन पॉइंट्स उपर जरूर ध्यान दे –

  • जल्दी शुरुवात करे
  • नियमित निवेश करे
  • लंबी अवधि के लिए निवेश बनाये रखे

Mutual Fund के फायदे (Benefits of Mutual Fund in Hindi)

1. Mutual Fund में invest की हुई रकम को फंड मैनेजर द्वारा अलग अलग stocks, securities में निवेश किया जाता है. और यह Fund Manager पूरा रिसर्च करकर निवेश करते है. इसीलिए अलग से हमें जरुरत नहीं होती. और वो हमें मुनाफा कमके देते है. हालांकि इसके बदले हमें उन्हें कुछ कमीशन देना पड़ता है.

2. Mutual Fund में कम जोखीम रहती है.

3. इसमें सभी निवेश कर सकते है.

म्युच्युअल फंड के नुकसान (Disadvantages of Mutual Funds in Hindi)

1. Mutual Fund में हमारी रकम को कहा invest करना है यह हम नहीं चुन सकते.

2. Mutual Fund से हमें जो रिटर्न्स मिलने वाले होते है. वह fixed नहीं होते. उसमे बदलाव आते है.

उम्मीद है की आपको mutual fund ki jankari की यह पोस्ट पसंद आयी होगी. तो इस पोस्ट को दोस्तों के साथ जरूर शेअर करे. आप Mutual Fund के साथ साथ Share Market ki jankari भी लेना चाहते हो तो यहाँ क्लिक करे.

ISRO के बारे में जानकारी

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ISRO (Indian Space Research Organization) भारत की स्पेस एजेंसी है. ISRO ने अबतक कई सारे मिशन्स को पूरा करा है. और भारत देश का नाम ऊँचा कर दिया है. हम इस पोस्ट में ISRO के बारे में जानकारी देनेवाले है. तो इस पोस्ट को जरूर ध्यान से पढ़े.

ISRO की शुरुवात बहुत ही स्पेशल दिन हुई थी. यह दिन भारत के हर व्यक्ति के लिए महत्वपूर्ण है. १५ अगस्त १९६९ को ISRO की स्थापना हुई. स्वतत्रता दिवस के दिन डॉ. विक्रम साराभाई ने इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाइजेशन (Indian Space Research Organization) की शुरुवात करी. विक्रम साराभाई का Indian Space Research में काफी योगदान रहा है. इसीलिए डॉ. विक्रम साराभाई को “Father of Indian Space Program” भी कहा जाता है.

ISRO का हर एक प्रोजेक्ट काफी किफायती और फायदेमंद रह चूका है. पिछले ४० सालो में जितना ISRO ने अपने project के resources (सामग्री) में खर्चा किया है. उतना तो NASA का एक साल का बजट है. NASA का फूल फॉर्म National Aeronautics and Space Administration है. NASA अमेरिका की बहुत बड़ी स्पेस एजेंसी (Space Agency) है.

ISRO के पहले लुनार मिशन चंद्रयान १ में ISRO ने ३९० करोड़ रुपये खर्च करे थे. चाँद का यही मिशन पूरा करने के लिए NASA ने ISRO से ९ गुना ज़्यादा पैसा खर्च किया था. इसका मतलब यही की ISRO का हर एक मिशन किफायती साबित हुआ है. और ISRO के हर एक सदस्य की मेहनत इसमें दिखती है. ISRO का बजट इण्डिया के १% GDP से भी कम होता है. GDP याने Gross Domestic Product (सकल घरेलु उत्पाद). जबकि ISRO बहुत ही अच्छा Revenue मिलता है. ISRO के अबतक ३४ देशों में ३४२ से भी ज्यादा Clients है. इनसे ISRO की अच्छी कमाई होती है.

India ने Mars (मंगल ग्रह) के मिशन ने पूरी दुनिया में इतिहास रचा दिया है. ISRO अपनी पहली कोशिश में Mars मिशन में सफल हुआ. जबकि इस मिशन में बड़ी बड़ी स्पेस एजेंसी भी को पहले प्रयास में यह मिशन पूरा नहीं कर सके.

ऐसा कहा जाता है की, कई साल पहले ISRO ने NASA से Methodology के लिए मदत मांगी थी. तब अमेरिका ने इन्डिया को मदत करने के लिए मना कर दिया था. इसके बाद भी भारत के वैज्ञानिको ने हार नहीं मानी. और अपनी खुद की Methodology बना डाली. और सबसे कम कीमत में अपना मिशन पूरा कर दिखाया.

भारत के Space Research के इतिहास की बात करे तो, १९६२ में INCOSPAR की स्थापना की गई थी. INCOSPAR का फुलफॉर्म है –

INCOSPAR Indian National Committee for Space Research

इसी से आगे जाकर ISRO की स्थापना हुई. डॉ. ए.पी.जे अब्दुल कलाम INCOSPAR के पहले सदस्य थे. डॉ. ए.पी.जे अब्दुल कलाम के ही निगरानी में भारत द्वारा Nike Apache Rocket लॉन्च किया गया था. यह Rocket इण्डिया का Thumba Equatorial Rocket Launching Station (TERLS) से पहला लॉन्च किया गया रॉकेट है. यह रॉकेट केरला के थुंबा नमक गांव से लांच किया गया था.

डॉ. ए.पी.जे अब्दुल कलाम का योगदान Indian Space Research के लिए काफी महत्वपूर्ण रहा है. डॉ. ए.पी.जे अब्दुल कलाम भारत देश के राष्ट्रपति भी रह चुके थे. भारत का पहला सफल Experimental Satellite Launcher Vehicle SLV-3 के Head डॉ. ए.पी.जे अब्दुल कलाम थे. उन्होंने DRDO के Missile Development के प्रोजेक्ट का भी नेतृत्व करा. भारत के मिसाइल development में डॉ. ए.पी.जे अब्दुल कलाम बहुत बड़ा योगदान रहा. इसीलिए डॉ. ए.पी.जे अब्दुल कलाम को “मिसाइल मॅन” कहा जाता है.

ISRO ने १९७५ में अपनी पहली satellite बनाई. इस satellite का नाम आर्यभट्ट था. उस वक्त ISRO की क्षमता कम थी तब ISRO ने USSR की मदत ली थी.

१९८१ में ISRO ने Apple Satellite को लॉन्च किया और इस satellite को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए ISRO ने लकड़ी के बैलगाड़ी का यूज किया था.

ISRO की यह जानकारी आपको पसंद आयी होगी, ऐसेही इंटरेस्टिंग टॉपिक पर हम ट्रेंड्स हिंदी पर पोस्ट लेकर आते है.

विडिओ गेम्स के बारे में कुछ फैक्ट्स और सच | Video Games Facts in Hindi

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विडिओ गेम्स के बारे में कुछ फैक्ट्स और सच (ट्रेंड्स हिंदी)

आजकल Game (गेम) खेलना किसे पसंद नहीं? बच्चा हो या बड़ा हर कोई गेम खेलता है. कुछ लोग मनोरंजन के लिए गेम खेलते है. तो कुछ लोग अपना टाइम बिताने के लिए गेम खेलते है.

क्या आप जानना चाहते हो कि वीडियो गेम ( Video Game ) हमारे दिमाग पर क्या असर करते हैं. साथ ही साथ आप जानना चाहते हो क्या दुनिया का सबसे पहला वीडियो गेम कौन-सा है? दुनिया में कितने लोग वीडियो गेम खेलना पसंद करते हैं? और वीडियो गेम खेलने से हमारे शरीर पर उसका कुछ बुरा प्रभाव पड़ता है या नहीं?

तो चलिए इस पोस्ट में हम आपके इन सारे सवालों के जवाब जान लेते है.

सबसे पहला वीडियो गेम कब आया था ?

सबसे पहला वीडियो गेम 1958 में लॉन्च हुआ था. इस वीडियो गेम का नाम है टेनिस फॉर टू. इस गेम में बेसिक टेनिस गेम को Simulate किया गया था. इसमें एक बॉल एक साइड से दूसरे साइड में जम्प करता था. Tennis For Two (टेनिस फॉर टू) गेम के लॉन्चिंग के शुरुआती के दो-तीन दिन में ही ये गेम बहुत लोकप्रिय हो गया. लेकिन इसकी साइज सेटअप और सबसे महत्त्वपूर्ण चीज Cost की वजह से कोई इसे खरीदता नहीं था. इसके बाद कई लोगों ने नए-नए वीडियो गेम्स बनाने की कोशिश शुरू की. उसी वक्त “Ralf Bare” नामक एक साइंटिस्ट ने वीडियो गेम्स को टीवी के साथ कनेक्ट कर दिया. Ralf Bare को फादर ऑफ गेम्स (father of games) भी कहा जाता है. उन दिनों टीवी (television) बहुत ही फेमस था.

1972 में एक गेम आया था जिसका नाम था Pong. ये एक ऐसा गेम था जिसे टीवी के साथ कनेक्ट करके खेल सकते थे.उसके बाद 1980 में Pacman गेम बहुत ही लोकप्रिय हुआ था. 1984 में Duck Hunt और 1985 में Mario (मारियो) गेम लांच हुआ था. मारिओ गेम को आपमें से कई लोगो ने शायद खेला होगा.

दुनिया में कितने लोग गेम खेलते हैं ?

वीडियो गेम्स में दिन-ब-दिन बदलाव हो रहे हैं. टीवी से कंप्यूटर और कंप्यूटर के बाद आप मोबाइल फोन्स में भी गेम्स को खेला जाता है. वीडियो गेम्स में होने वाले बदलाव के साथ-साथ वीडियो गेम्स खेलने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ने लगी है.

पूरी दुनिया में वीडियो गेम्स खेलने वालों की संख्या एक रिपोर्ट अनुसार 1.8 बिलियन थी. और यह संख्या बढ़कर 2018 में 2.3 बिलियन तक बढ़ गई. एक रिपोर्ट अनुसार 65% अमेरिकन गेम्स को खेला करते है. इंडिया में लगभग 2.2 करोड़ लोग गेम खेलने में अपना दिन का 42 मिनट गेम खेलने में बिताते है. PUBG (पब्जी) गेम को तो आप जानते ही होंगे, पब्जी गेम के लिए इंडिया सबसे बड़ा मार्केट बन चुका था. PUBG को इन्डिया में बॅन करने के एक साल बाद ही BATTLEGROUNDS MOBILE INDIA को लांच किया गया है. और अभी इस गेम के 10,000,000+ इनस्टॉल भी हो चुके है.

वीडियो गेम्स खेलना हमारे लिए अच्छा है या बुरा ?

कुछ रिसर्च के अनुसार अगर आप वीडियो गेम्स को लिमिट में खेलते हो तो वीडियो गेम खेलना आपके लिए अच्छा है. गेम खेलने से इंसान की Concentration Level बढ़ती है. यह हमारा Brain (दिमाग) कई हिस्सों से बना है.और हर एक हिस्से का अपना-अपना काम होता है (बिल्कुल कंप्यूटर के CPU पैनल की ही तरह). इसमें से एक हिस्सा हमारा ध्यान लगाने में मदद करता है. कई सारे गेम्स ने हमें पूरा Concentration करके खेलना पड़ता है. और हम उस गेम पर पूरा ध्यान लगाने की कोशिश भी करते है. साथ साथ गेम खेलने से हमारी निर्णय लेने की क्षमता भी बढ़ती है.

गेम खेलने से आंखें खराब हो सकती है क्या ?

रिसर्च के अनुसार, जो बच्चे Action Games (एक्शन गेम) खेला करते हैं, उनकी Eye Power अच्छी होती है. वह बच्चे छोटे-छोटे अक्षरों को पढ़ना, रात में ड्राइव करने जैसे काम बड़े आसानी से कर सकते हैं. साथ ही साथ एक्शन गेम खेलने वालों के हाथ और आँख का Co-ordination (कोआर्डिनेशन) होता है. लेकिन आप बिना Break लिए लगातार वीडियो गेम खेल रहे हो तो आपकी आंखें खराब हो सकती है.

वीडियो गेम्स का उपयोग Education और Medical में भी हो रहा है ?

कुछ यूनिवर्सिटी में कुछ ऐसे गेम्स बनाए गए हैं. ये गेम्स Level Based होती है. इन गेम्स के हर एक Level को अनलॉक करने के लिए क्लास में पढ़ाया गए नॉलेज (ज्ञान) का उपयोग करना पड़ता है. ऐसा कहा जाता है कि, किसी भी पेशेंट को Painful ट्रीटमेंट देना हो तो उसे गेम्स खेलने को दिए जाते हैं. Science का कहना है कि, अगर ट्रीटमेंट के दौरान पेशेंट को गेम्स खेलने के लिए दिया जाए तो उसका Brain गेम्स खेलने में इतना व्यस्त रहता है कि उसे उसके शरीर पर होने वाले किसी भी पेन की ज्यादा भनक नहीं लगती.

आप गेम एडिक्टेड हो या नहीं यह कैसे जान सकते हो.

आपको गेम की लत लगने के लक्षण :

  • अगर आप गेम नहीं खेल पाओगे तो आप बहुत चिड़चिड़ा महसूस करोगे।
  • अगर आप गेम नहीं खेल रहे हो तो भी आपके मन में गेम्स के बारे में अलग-अलग ख्याल आएंगे.
  • गेम खेलने के लिए दिन के आपके जरूरी काम भी आप टाल सकते हो.

अगर आप में ये लक्षण है तो आपको गेम की लत लग गई है. आप Game Addicted हो चुके हो.

उम्मीद है आपको वीडियो गेम्स की ये जानकारी बहुत ही पसंद आयी होगी।

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Amazing Facts About India Part 2 | भारत के बारे में रोचक और आश्चर्यजनक तथ्य भाग २

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amazing facts about an india
Interesting And Amazing Facts About an India | भारत के बारे में रोचक और आश्चर्यजनक तथ्य

सभी देशों की अपनी अपनी कोई न कोई खासियत होती है, इतिहास होता है, विक्रम होते है. और इन सब में हमारा भारत देश भी कही कम नहीं है.

भारत का इतिहास, संस्कृति भारत को एक अलग पहचान देती है. एक भारतीय होने के नाते हम सभी को भारत के बारे में ये सारी बाते जानना जरूरी है. तो चलिए आज हम भारत के बारे में Interesting Facts को जान लेते है.

इस पोस्ट में हम हमारे भारत देश के बारे में कुछ फैक्ट्स के बारे में जानेंगे कि हमारा भारत देश बाकी देशों से कैसे अलग है और हमारे भारत देश में कौन कौन सी खास बाते छुपी हुई है.

Interesting And Amazing Facts About an India | भारत के बारे में रोचक और आश्चर्यजनक तथ्य

भारत देश का निर्माण

ऐसा कहा जाता है कि, करीब 10 करोड़ साल पहले भारत एक द्वीप था. तब धरती पर बहुत डायनासोर घुमा करते है. भारत देश का निर्माण करोडो साल पहले गोंडवाना नामक विशाल और प्रचंड महाद्वीप से अलग होकर हुआ.

भारत का नाम इन्डिया कैसे पड़ा ?

सिंधु घाटी की सभ्यता दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यता मानी जाती है. इसलिए भारत देश को दुनिया की सबसे पुरानी और उन्नतशील सभ्यता कहा जाता है. इंडिया का नाम Indus River (सिंधु नदी) के नाम से लिया गया था.

भारत में कुंभमेला कब और कैसे मनाया जाता है ?

हर 12 साल में इंडिया में कुंभ मेला का आयोजन किया जाता है. इसमें इतने सारे लोग आते हैं कि, इस भीड़ को स्पेस से भी देखा जाता जा सकता है. इस समारोह में एक ही जगह दुनिया के अलग-अलग देशों से लोग इकट्ठा होते है.

मुस्लिम आबादी में भारत देश का स्थान

इंडोनेशिया पाकिस्तान के बाद सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी भारत देश में है. पूरी दुनिया में जितने भी मुस्लिम देश हैं, उनके सबके मुकाबले भारत में सबसे ज्यादा मस्जिदे पाई जाती है. भारत में 300000 से भी ज्यादा मस्जिदों की संख्या है.

दुनिया का सबसे पहला विश्वविद्यालय

अब विद्यार्थी हायर एजुकेशन (Higher Education) के लिए बाहर जाते हैं, यानी दूसरे देशों में जाते हैं. लेकिन क्या आपको पता है? कि दुनिया का सबसे पहला विश्वविद्यालय भारत में स्थित था. जिसे नालंदा विश्वविद्यालय भी कहा जाता है. यह विश्वविद्यालय तक्षशिला में बनाया गया था. उस वक्त बच्चे देश-विदेश से पढ़ने के लिए इस विश्वविद्यालय आते थे.

दुनिया का छात्रों की संख्या में सबसे बढ़ा स्कुल

लखनऊ का सिटी मॉन्टेसरी स्कूल छात्रों के मामले में दुनिया का सबसे बड़ा स्कूल है. यहां हर साल 55,000 से भी ज्यादा छात्र पढ़ाई करते है. 1959 में सिर्फ 300 रुपये से इस स्कुल शुरुवात उत्तरप्रदेश राज्य की राजधानी लखनऊ में हुई थी. शुरुवात में इस स्कुल में सिर्फ 5 छात्र थे. और आज के समय छात्रों की संख्या इतनी बढ़ गयी है की दुनिया के सभी स्कूल्स को इसने पीछे छोड़ा है. सिटी मोन्टेंसरी स्कुल गिनीज बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में दर्ज है.

भारतीय रेल में इतने कर्मचारी काम करते है

भारतीय रेल में 13 लाख से भी ज्यादा Employee काम करते हैं. और यह संख्या 100 भी ज्यादा देशों की लोकसंख्या से भी ज्यादा है. जैसे भूतान, भूतान की 2021 की लोकसंख्या एक रिपोर्ट के अनुसार 7,71,608 इतनी है. क्या आपको पता है, एक ऐसा देश है जिसकी लोकसंख्या हजार से भी कम है. इस देश का नाम है Holy See. इस देश की लोकसंख्या मात्र 801 है.

अंग्रेजी भाषा बोलने में भारत इस स्थान पर है

अंग्रेजी भाषा बोलने वालों में से पूरी दुनिया में भारत का दूसरा नंबर आता है. भारत देश में कई राज्यों ने अंग्रेजी भाषा को अपनी राज्यभाषा माना है. भारत में सिक्किम, त्रिपुरा, मेघालय, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश में official language माना है.

भारत का पहला रॉकेट और सॅटॅलाइट

भारत की पहली रॉकेट के पार्ट्स को लॉन्च पैड तक साइकिल से लाया गया था. 21 नवम्बर 1963 में भारत के पहले Sounding रॉकेट ने सफलतापूर्वक उड़ान भरी. हमारे देश की पहली सॅटॅलाइट को लांच करने के लिए बैलगाड़ी का उपयोग किया गया था. आज के समय में भारत की स्पेस एजेंसी दुनिया के Top Five Agency में माना जाता है.

लोणार झील का निर्माण

महाराष्ट्र जिले में मौजूद लोणार झील के निर्माण के बारे में ऐसा कहा जाता है कि, सौर मंडल में से एक उल्का पृथ्वी से टकराई थी. और इसी की वजह से लोनार झील का निर्माण हुआ था. टकराने वाले उल्का का पत्थर 10 लाख टन से भी ज्यादा था. इस उल्का से 1300 मीटर व्यास का और 180 मीटर गहराई का गड्ढ़ा बना था. इस गड्ढ़े में अब पानी भरा है. लोणार झील में खारे पानी का बहुत बढ़ा स्त्रोत है.

ये है हमारे भारत देश के बारे में रोचक और दिलचस्प फैक्ट्स. उम्मीद करता हु की आपको यह Information About an India पसंद आयी होगी.

भारत देश के बारे में और भी जानकारी लेने के लिए इसे भी जरूर पढ़े- Information About an India

१. Interesting Facts About India | भारत के बारे में दिलचस्प तथ्य

२. Indian Premier League ( कहाणी विश्व के प्रसिद्ध T-20 संघ की…)

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कम्प्यूटर डेस्कटॉप Icons के बारे में जानकारी हिंदी में | Information about computer desktop icons in Hindi

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कंप्यूटर में या लैपटॉप में डेस्कटॉप स्क्रीनपर कई सारे Icons और Options दिखाई देते है. पर हर किसी को उन सभी Icons और options का यूज मालूम नहीं रहता. इस पोस्ट में हम कम्प्यूटर के डेस्कटॉप स्क्रीनपर मौजूद सभी Icons और Options के बारे में जानकारी लेनेवाले हैं.

डेस्कटॉप के ऊपर के Icons – फाइल्स, प्रोग्राम फाइल्स, फ़ोल्डर्स, स्टार्ट मेनू, बैकग्राउंड (वॉलपेपर), टास्कबार होता है.

Information about computer desktop icons in Hindi

स्टार्ट मेनू (Start Menu)

स्टार्ट मेनू कम्प्यूटर में सभी फाइल्स, कम्प्यूटर प्रोग्राम्स और सेटिंग को Access करने का Main Gateway है स्टार्ट मेनू की मदत से हम…

💁‍♀️ प्रोग्राम फाइल्स को ओपन कर सकते है.

💁‍♀️ फाइल्स, फ़ोल्डर्स और प्रोग्राम्स को सर्च कर सकते है.

💁‍♀️ कम्प्यूटर की सेटिंग को adjust कर सकते है.

💁‍♀️ विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम की मदत ले सकते है.

💁‍♀️ कम्प्यूटर को Turn Off कर सकते है.

💁‍♀️ एक यूजर अकाउंट से दूसरे यूजर अकाउंट में स्विच कर सकते है.

फ़ोल्डर्स (Folders)

फोल्डर का यूज डाक्यूमेंट्स, फाइल्स, लायब्ररीज को स्टोअर करते है.

प्रोग्राम फाइल्स (Program Files)

प्रोग्राम फाइल एक डायरेक्टरी या फोल्डर होता है. जहा पे थर्ड पार्टी एप्लीकेशन को इनस्टॉल होते है.

यह icons सॉफ्टवेयर का शॉर्टकट दर्शाते है. इन पर डबल क्लिक करने पे वह shortcut जिस सॉफ्टवेयर का होता है. वह सॉफ्टवेयर लॉन्च होता है.

फाइल्स (Files)

फाइल्स किसी भी प्रकार की इनफार्मेशन को संचित करके रखती है.

टास्कबार (Taskbar)

टास्कबार स्टार्ट मेनू के बाजु में होता है. जहा पे हमारे कम्प्यूटर में जितने भी प्रोग्राम्स ओपन है वह दिखते है.

बैकग्राउंड (वॉलपेपर)

वॉलपेपर (wallpaper) ये एक डिजिटल इमेज है. जिसके द्वारा यूजर के कम्प्यूटर के स्क्रीन को डेकोरेटिव बैकग्राउंड प्रदान किया जाता है.

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जरूर पढ़े

आप आपके पसंदीदा टॉपिक के Select करके उस टॉपिक के बारे में और भी जानकारी ले सकते है.

10 Amazing and Useful Websites | 10 अद्भुत और उपयोगी वेबसाइट

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10 Amazing and Useful Websites
10 Amazing and Useful Websites (www.trendshindi.com)

दोस्तों, आज इस पोस्ट में हम १० ऐसे वेबसाइट्स के बारे में जाननेवाले है. जो आपके काम में अभी भी आ सकती है या शायद बाद में. इसीलिए आपको इन वेबसाइट्स के बारे में पता होना बहुत जरुरी है.

आजकल सभी इंटरनेट का इस्तेमाल करते है. और इंटरनेट पर लाखो-करोड़ो वेबसाइट्स होस्टेड है. इनमे से कुछ वेबसाइट्स सरकारी है, कुछ व्यवसायों के लिए, कुछ साइट्स पे पढाई की सामग्री है. तो कुछ वेबसाइट्स हमें मनोरंजन प्रदान करते है. कई वेबसाइट्स से हमें खबरों की अपडेट्स मिलती है. तो कई वेबसाइट्स पर हमें Simulators मिलते है.

इतने सारे वेबसाइट में से हम आपको १० वेबसाइट्स के बारे में जानकारी देनेवाले है.

इन १० वेबसाइटस के बारे में सभी को पता होनी चाहिए | These 10 Websites Everyone Should Know About

archive.org

यह एक ऐसी वेबसाइट है, जहाँपर हमें लाखों books, softwares, images, movies, music के साथ बहुत कुछ बिलकुल फ्री में मिलता है.

ये एक Non-profit Organization है. इस वेबसाइट पे लोगो को ज्यादा से ज्यादा Information Provide फ्री में किया जाता है.

screenshot.guru

ये वेबसाइट उन लोगों के लिए है. जिन्हे हमेशा किसी न किसी वेबसाइट की या वेबपेज का स्क्रीनशॉट लेना होता है. हमसे रेग्युलर स्क्रीनशॉट लेते वक्त स्क्रीनशॉट की Resolution कम हो जाती है.

इस वेबसाइट का यूज करके हम जिस भी वेबसाइट का या वेबपेज साथ ही साथ ट्वीट्स का स्क्रीनशॉट लेना चाहते हो, तो उसका Url को paste करके High Resolution का Screenshot ले सकते है.

duolingo.com

ये Website उन लोगो के लिए बहुत ही काम की है. जो Foreign (विदेशी) भाषाओ को सीखना चाहते है. इस वेबसाइट की मदद से आप दुनिया के कई सारे languages (भाषाओं) को सिख सकते है. जैसे स्पेनिश, फ्रेंच, जर्मन, जैपनीज़, इटालियन…

Duolingo का प्लेटफार्म Android और ios ऍप्लिकेशन भी available (मौजूद) जिसे आप Playstore, App Store से अपने मोबाईल में इनस्टॉल करके भी विदेशी भाषाओ सिख सकते है.

bugmenot.com

ये वेबसाइट specially इंटरनेट यूजर्स के लिए है. आजकल तो सभी लोग इंटरनेट का यूज करते है. इंटरनेट का युज करते समय कई वेबसाइट्स में लॉगिन करना होता है. इस वेबसाइट की मदद से आपको उस वेबसाइट को लॉगिन करते समय आपके ईमेल से लॉगिन करने की जरुरत नहीं होगी.

इस वेबसाइट पर आपको कई सारे वेबसाइट्स के लॉगिन डिटेल्स बिलकुल फ्री में मिलते है. जैसे Id, Password आदि.,

archive.is

यह वेबसाइट स्क्रीनशॉट गुरु वेबसाइट की तरह ही काम करती है. लेकिन इस वेबसाइट पे आप जो भी स्क्रीनशॉट लेते है. वह स्क्रीनशॉट इस वेबसाइट पे हमेशा के लिए सेव्ह होता है.

इसका Advatage ऐसा है की आप कई वेबसाइट्स के पुराने designs को देख सकते हो. इसकी मदद से developers को नयी website बनाते समय website design में काम यह screenshots काम आ सकते है.

vectr.com

ये वेबसाइट उन लोगो के लिये हैं जो ग्राफिक्स field में हैं और ग्राफिक्स designing करते हैं. इस वेबसाईट के मदत से आप फ्री मे Vector Graphics सॉफ्टवेअर का युज कर सकते हो.

साथ ही साथ इसकी मदत से आप फ्री मे vector create कर सकते हो और save करके vector इमेज को png और svg फॉरमेट में export भी कर सकते हैं.

duckduckgo.com

ये वेबसाईट ऊन लोगो के लिये बहुत ही युजफुल हैं. जो गूगल पे या किसीं भी browser मे बहुत ज्यादा सर्च करते हैं. दोस्तो, आपको पता ही होगा आप गूगल पे कुछ भी activity सर्च करे. तो वह गुगल मे History में save रहता हैं, या ट्रॅक होता हैं.

duckduckgo.com एक तरह की वेबसाईट हैं जिसे आप search engine भी कह सकते हैं अगर आप इस वेबसाईट से किसीं भी वेबसाईट को search करते हो या किसीं भी keyword को इसके search box मैं search करते हो तो इस वेबसाईट पे आपको किसीं तरह की information को ट्रॅक नही किया जाता.

camelcamelcamel.com

यह वेबसाईट ऑनलाईन शॉपिंग users के लिये हैं. जो ऑनलाईन काफी सारी हमेशा शॉपिंग करते हैं. आपको amazon के बारे में पता ही होगा. अमेज़ॉन एक e-commerce वेबसाइट है. जहा पर लाखो seller अपने products को बेचते है. उन products की price कभी बढती है तो कभी कम भी होती है.

तो ये वेबसाईट amazon के product orders , product price को ट्रॅक करता हैं. जब amazon पे products price कम होती हैं, तो यह वेबसाईट दिखाता हैं.

wetransfer.com

दोस्तो, आपको कई बार अपने दोस्तो के साथ बडी-बडी filies को भेजना हो तो, कई जगह आपको transfer size का लिमिट आता हैं. ई-मेल में आप 25mb तक files को share कर सकते हो.

दोस्तो, आपको आपके दोस्त के साथ कोई भी सॉफ्टवेअर या image जिसका size 1-2 GB हैं तो दोस्तो ये ऐसी वेबसाईट आपके बहुत काम आ सकती हैं इसकी मदत से आप 2 GB तक files को बिलकुल फ्री मे share कर सकते हैं.

onlineocr.net

कई बार आप PDF file को text मे convert करना चाहते हो, तो इस वेबसाईट के मदत से आप PDF file को text मे convert कर सकते हो.

साथ ही साथ PDF file मे जो भी लिखा हैं आप उसे इस वेबसाइट की मदद से किसीं भी language मे convert कर सकते हैं.

उम्मीद करता हु की आपको इन 10 Amazing and Useful Websites की जानकारी पसंद आयी होगी।

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आप आपके पसंदीदा टॉपिक के Select करके उस टॉपिक के बारे में और भी जानकारी ले सकते है.

Learn text formatting in WhatsApp and Telegram | व्हाट्सएप और टेलीग्राम में टेक्स्ट फॉर्मेटिंग करना सीखो

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नमस्कार दोस्तों, आज इस पोस्ट में हम WhatsApp और Telegram के कुछ ऐसे Feature के बारे में जानकारी देनेवाले है. इस Feature के बारे में कई लोगो को पता नहीं है.

WhatsApp और Telegram दोनों ऍप्लिकेशन इंस्टेंट मेसेजिंग प्लॅटफॉर्म है. इन दोनों प्लॅटफॉर्म पे हर दिन करोड़ो लोग active रहते है. अपने रिश्तेदारों से, दोस्तों से मेसेजिंग के सहारे chatting करते है. दोस्तों, चैटिंग के समय जो भी हम Text को टाइप करते है. अगर उस Text को Bold, Italic जैसे कुछ Formatting करे तो वह मेसेज Attractive दिखता है. या हम उस मेसेज में जो important words है उन्हें Highlight भी कर सकते है.

तो चलिए हम व्हाट्सएप और टेलीग्राम में टेक्स्ट फॉर्मेटिंग करना सिखते है. पहले हम WhatsApp में text Formatting कैसे होती है, ये जानेंगे।

व्हाट्सएप में टेक्स्ट फॉर्मेटिंग | Text formatting in WhatsApp

Bold : WhatsApp में Word को या Sentence को Bold करना हो तो, उस Word या Sentence के आगे और पीछे दोनों जगह * (Star) Symbol को टाइप करे.

उदा., *Text*

Italic : WhatsApp में Word को या Sentence को Italic करना हो तो, उस Word या Sentence के आगे और पीछे दोनों जगह _ (Underscore) Symbol को टाइप करे.

उदा., _Text_

Monospace : WhatsApp में Word को या Sentence को Monospace करना हो तो, उस Word या Sentence के आगे और पीछे दोनों जगह ”’ (Three backticks) Symbol को टाइप करे.

उदा., ”’Text”’

Strikethrough : WhatsApp में Word को या Sentence को Monospace करना हो तो, उस Word या Sentence के आगे और पीछे दोनों जगह ~ (tilde) Symbol को टाइप करे.

उदा., ~Text~

Note :

Android : एंड्राइड फोन में WhatsApp में Texting करते समय टेक्स्ट को सिलेक्ट करने के बाद इस ऑप्शन पे क्लिक करने पे हमें मेन्यू बार में Bold, Italic, Monospace और Strikethrough का यूज करके आप टेक्स्ट पे directly यूज कर सकते हो.

टेलीग्राम में टेक्स्ट फॉर्मेटिंग | Text formatting in Telegram

Bold : Telegram में Word को या Sentence को Bold करना हो तो, उस Word या Sentence के आगे और पीछे दोनों जगह ** Symbol (Double Star) को टाइप करे.

उदा., **Text**

Italic : Telegram में Word को या Sentence को Bold करना हो तो, उस Word या Sentence के आगे और पीछे दोनों जगह __ Symbol ( Double Underscore) को टाइप करे.

उदा., __Text__

Monospace : Telegram में Word को या Sentence को Monospace करना हो तो, उस Word या Sentence के आगे और पीछे दोनों जगह “` Symbol (Triple backquote) को टाइप करे.

उदा., “`Text“`

Strikethrough : WhatsApp में Word को या Sentence को Monospace करना हो तो, उस Word या Sentence के आगे और पीछे दोनों जगह ~~ (Double tilde) Symbol को टाइप करे.

उदा., ~~Text~~

Note :

Android : एंड्राइड फोन में Telegram में Texting करते समय टेक्स्ट को सिलेक्ट करने के बाद इस ऑप्शन पे क्लिक करने पे हमें मेन्यू बार में Bold, Italic, Monospace और Strikethrough का यूज करके आप टेक्स्ट पे directly यूज कर सकते हो.

आशा है, आपने इस पोस्ट को पढ़कर WhatsApp और Telegram की Text Style करना सीखा होगा। हम हमारे Trends Hindi वेबसाइट इसी तरह Mobile Tips in Hindi, Computer Tips in Hindi, Internet Tips and Tricks साथ ही साथ कुछ Interesting Facts, technology के बारे में जानकारी देते है.

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Everyone should know these things related to Aadhar | आधार के संबधित ये बातें हर किसी को पता होनी चाहिए

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Everyone should know these things related to Aadhar | आधार के संबधित ये बातें हर किसी को पता होनी चाहिए.

आधार(Aadhar) कार्ड भारत सरकार द्वारा भारत के सभी नागरिकों के लीये निश्चित पहचान पत्र है. आधार कार्ड बच्चों से लेकर बूढ़ो तक सभी के लिए अनिवार्य पहचान पत्र है. आधार कार्ड पे १२ नबरों का एक Unique आयडी(Id) होता है. इस आयडी से हर नागरिक की इनफार्मेशन (information) कनेक्टेड होती है. इस आयडी से आदमी की भारत देश में किसी भी राज्य में पहचान होती है.

पर कई बार लोगों के आधार खो जाते है. या उनको पता नहीं होता की हमारा कौनसा मोबाईल नंबर या ईमेल आधार से लिंक है. Virtual ID को कैसे प्राप्त करे. इस पोस्ट में हम आधार से संबधित इन्ही सवालों के जवाब जाननेवाले है.

आधार के संबधित ये बातें हर किसी को पता होनी चाहिए

आधार(Aadhar) कैसे डाउनलोड करे.

अपना आधार कार्ड डाउनलोड करने के लिए इन स्टेप्स को फॉलो करे-

◼ सबसे पहले आधार के ऑफिसियल(official) वेबसाइट https://uidai.gov.in/ को विजिट करे.

◼ वेबसाइट को थोडासा निचे स्क्रॉल करने के बाद आपको Get Aadhar में Download Aadhar का ऑप्शन मिलेगा. उसके ऊपर क्लिक करे.

आधार(e-Aadhar) कैसे डाउनलोड करे. How to download e-Aadhar.

◼ डाउनलोड आधार पे क्लिक करने के बाद एक स्क्रीन खुलेगी. वहा पे आपको आपका आधार नंबर सही से टाइप करना है.

◼ उसके निचे आपको I want a masked Aadhaar? इस सवाल पे टिक करने के लिए पूछा जायेगा. आपको इसे टिक नहीं करना. अगर आप इसे टिक करते हो तो जो आपका आधार डाउनलोड होनेवाला है. उसपे आपके आधार नंबर xxxx xxxx 1111 कुछ इस फॉर्मेट में दिखेगा. आपको सिर्फ आपके आधार के लास्ट के चार डिजिट दिखाई देंगे।

◼ कैप्चा वेरिफिकेशन कोड को कैप्चा बॉक्स में सही से टाइप करके सेंड OTP पे क्लिक करे.

◼ आधार कार्ड से आपका जो भी मोबाईल नंबर लिंक है, उसपर आपको otp आएगा. otp को टाइप करने के बाद निचे कुछ सर्वे के सवालो का आपको जवाब देना है.

◼ लास्ट में Validate and Download पे क्लिक करना है. आपका आधार डाउनलोड हो जायेगा.

आधार डाउनलोड करने के लिए डायरेक्ट लिंक- https://eaadhaar.uidai.gov.in/

आधार कार्ड से मोबाईल नंबर/ ईमेल कनेक्टेड है क्या ये कैसे पता करे.

आधार कार्ड में मोबाईल नंबर/ ईमेल कनेक्टेड है क्या ये पता करने के लिए निचे दिए हुए कुछ स्टेप्स को फॉलो करे –

◼ सबसे पहले आधार के ऑफिसियल(official) वेबसाइट https://uidai.gov.in/ को विजिट करे.

◼ वेबसाइट को थोडासा निचे स्क्रॉल करने के बाद आपको Aadhar Services में Verify Email/Mobile Number का ऑप्शन मिलेगा. उसके ऊपर क्लिक करे.

आधार से मोबाईल नंबर/ ईमेल कनेक्टेड है क्या ये कैसे पता करे. How to know mobile number and email is linked with Aadhar.

◼ Verify Email/Mobile Number क्लिक करते ही जो स्क्रीन खुलेगी. उसमे आपको आपका आधार नंबर और कॉन्टैक्ट डिटेल्स याने की मोबाईल नंबर और ईमेल को fill करना है.

◼ कैप्चा बॉक्स में कैप्चा को fill करके Send OTP पे क्लिक करे. अगर आपका मोबाईल या ईमेल आपके आधार से कनेक्टेड (Link) है तो आपको OTP आएगा.

मोबाईल और ईमेल आधार से कनेक्टेड है क्या? यह चेक करने के लिए डायरेक्ट लिंक- https://resident.uidai.gov.in/verify-email-mobile

Note – मोबाईल नंबर और ईमेल आप आपके आधार से नजदीकी आधार सेंटर से लिंक कर सकते हो.

Virtual ID (VID) कैसे Generate करें.

Virtual ID (VID) कैसे Generate करने के लिए निचे दिए हुए स्टेप्स को फॉलो करे-

◼ सबसे पहले आधार के ऑफिसियल(official) वेबसाइट https://uidai.gov.in/ को विजिट करे.

◼ वेबसाइट को थोडासा निचे स्क्रॉल करने के बाद आपको Aadhar Services में Virtual ID (VID) Generator का ऑप्शन मिलेगा. उसके ऊपर क्लिक करे.

How to Generate Virtual ID (VID). Virtual ID (VID) कैसे Generate करें.

◼ आपको आपका १२ डिजिट का आधार नंबर को fill करना है.

◼ कैप्चा बॉक्स में कैप्चा को fill करके Send OTP पे क्लिक करे. आपको आपके रजिस्टर मोबाईल पे आपको OTP आएगा.

◼ OTP को fill करने के बाद Generate VID पे क्लिक करे. आपको आपका Virtual ID आपके रजिस्टर मोबाईल नंबर पे SMS से भेजा जायेगा.

Virtual ID (VID) Generate करने के लिए डायरेक्ट लिंक- https://resident.uidai.gov.in/vid-generation

नजदीक के आधार सेंटर का Address कैसे पता करे.

आपके नजदीक के आधार सेंटर का Address पता करने के लिए निचे दिए हुए स्टेप्स को फॉलो करे-

◼ सबसे पहले आधार के ऑफिसियल(official) वेबसाइट https://uidai.gov.in/ को विजिट करे.

◼ वेबसाइट को थोडासा निचे स्क्रॉल करने के बाद आपको Get Aadhar में Locate an Enrolment Center का ऑप्शन मिलेगा. उसके ऊपर क्लिक करे.

नजदीक के आधार सेंटर का Address कैसे पता करे. How to find the address of the nearest Aadhar center.

◼ स्क्रीन पे आपको State-wise और Postal Code से सेंटर खोजने का के ऑप्शन मिलेंगे।

◼ उसमे से आप Postal Code पे क्लिक करके आपका Pin Code (पोस्टल कोड) को Fill करके आपके नजदीक के आधार सेंटर के Address का पता कर सकते है.

आपके नजदीक के आधार सेंटर का Address पता करने के लिए डायरेक्ट लिंक- https://appointments.uidai.gov.in/easearch.aspx

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How to uninstall software in Computer | कंप्यूटर में सॉफ्टवेयर को uninstall कैसे करे

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How to uninstall software in Computer | कंप्यूटर में सॉफ्टवेयर को uninstall कैसे करे.

दोस्तों, आपने आपके कम्प्यूटर में कई सारे सॉफ्टवेयर को इनस्टॉल करके रखा हो तो, आपने आपके कम्प्यूटर में आपने कई बार स्टोरेज प्रॉब्लम का अनुभव लिया होगा. या कई बार आपका कम्प्यूटर हैंग का प्रॉब्लम को देखा होगा. तो आप कम्प्यूटर में मौजुद सॉफ्टवेयर को uninstall करना चाहते हो. पर आपको software uninstallation की प्रोसेस पता नहीं है. तो इस पोस्ट में हम Software Uninstallation की प्रोसेस की Step by Step जानकारी लेनेवाले है.

हम ने सॉफ्टवेअर इंस्टॉलेशन कि प्रोसेस के बारे में बताया है. (Read Post)

Software Uninstallation in Computer/Laptop

अब हम सॉफ्टवेयर को uninstall कैसे करते है इसकी प्रोसेस कुछ स्टेप्स में जान लेते है –

1. सबसे पहले आपको कण्ट्रोल पैनल में जाना होता है. कंट्रोल पैनल का शॉर्टकट आपको डेस्कटॉप पे मिलेगा. ( अगर आपके डेस्कटॉप पे कंट्रोल पैनल शॉर्टकट नहीं मिला तो आप स्टार्ट पे क्लिक करने के बाद एक स्क्रीन खुलेगी वह पे आपको कंट्रोल पैनल का शॉर्टकट मिलेगा.)

2. कंट्रोल पैनल को ओपन करने के बाद आपको प्रोग्राम्स (Programs) का ऑप्शन मिलेगा उसके ऊपर क्लिक कीजिये.

3. उसके बाद आपको प्रोग्राम्स और फीचर्स (Programs And Features) के ऑप्शन के ऊपर क्लिक करना है. आपके कम्प्यूटर में जितने भी सॉफ्टवेयर इनस्टॉल है उसकी लिस्ट आपको स्क्रीन पे दिखाई देगा.

4. आपको जिस भी सॉफ्टवेयर को uninstall करना है उसके ऊपर जाकर क्लिक करने के बाद आपको uninstall का ऑप्शन मिलेगा उसके ऊपर क्लिक कीजिये.

5. Uninstall के ऊपर क्लिक करते ही एक पॉप-अप Show करेगा और उस सॉफ्टवेयर के संबधित सभी सेटिंग्स को हटाने के Permission को पूछेगा तो वह पे ‘Yes’ के ऊपर क्लिक करो.

6. उसके बाद कुछ समय तक प्रोसेसिंग चलेगी और आपके कम्प्यूटर से वह सॉफ्टवेयर successfully हट जायेगा.

उम्मीद करता हु की, आपको सॉफ्टवेयर uninstallation की प्रोसेस समज आयी होगी.

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Everyone Should Know About “Customize Chrome” Option | हर किसीको पता होना चाहिए Customize क्रोम ऑप्शन के बारे में

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हर किसीको पता होना चाहिए Customize Chrome ऑप्शन के बारे में

दोस्तों, हर जगह आजकल डिज़ाइन को बहुत महत्व दिया जाता है. आप आपके मोबाईल पे अच्छा सा वॉलपेपर सेट करते है. ताकि जब भी हम हमारा मोबाईल को ओपन करे तो अच्छा लगे. आजकल तो हमें हर ऍप में या सॉफ्टवेयर में Theme, Background आदि., सेटिंग्स मिलती है. जिससे हम हमारे हिसाब से उस ऍप्लिकेशन या सॉफ्टवेयर का डिज़ाइन बदल सकते है.

इस पोस्ट में हम एक ऐसे ऑप्शन के बारे में जाननेवाले है. जिसको ज्यादातर लोगो ने देखा है, पर उसके बारे में कई लोगो को पता नहीं है. या कई लोगो ने आजतक उस ऑप्शन के ऊपर ध्यान ही नहीं दिया. यह सेटिंग है, गूगल क्रोम की…

गूगल एक दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजिन है. गूगल क्रोम एक लोगों का पसंदीदा और प्रसिध्द ब्राउज़र है.

Customize Chrome Setting

गूगल क्रोम के डिफ़ॉल्ट होमस्क्रीन पर “Customize Chrome” ऑप्शन को आपने Chrome के सर्च पेज पे Right कॉर्नर में Bottom में देखा होगा. तो चलिए इस Customize Option के बारे में अधिक जानकारी लेते है.

हर किसीको पता होना चाहिए Customize क्रोम ऑप्शन के बारे में (Everyone Should Know About Customize Chrome Option)

डेस्कटॉप पे या लैपटॉप में आप गूगल क्रोम को ओपन करते है. गूगल की डिफ़ॉल्ट होमपेज पर हमें बॉटम में Customize Chrome का ऑप्शन मिलता है. इस ऑप्शन का यूज करके हम क्रोम का बैकग्राउंड, होमस्क्रीन शॉर्टकट्स, कलर और थीम को चेंज कर सकते है.

गूगल क्रोम के बैकग्राउंड को कैसे बदले (how to change background of google chrome in hindi)

गूगल क्रोम के बैकग्राउंड को बदलने के लिए निचे दिए हुए स्टेप्स को फॉलो करे-

1. गूगल क्रोम के डिफ़ॉल्ट होमस्क्रीन पे जाहिए.

2. स्क्रीन पे आपको Right Corner में bottom में Customize Chrome पे क्लिक करे.

3. स्क्रीनपर एक पॉप-अप खुलेगा. वहां आपको कई सारे बैकग्राउंड दिखेंगे आप उनमे से बैकग्राउंड को सिलेक्ट करे सकते हो. या आप Upload From Device को choose करके आपका खुद का बैकग्राउंड इमेज अपलोड कर सकते हो.

4. बैकग्राउंड को सिलेक्ट करने के बाद Done बटन पे क्लिक करे.

गूगल क्रोम के कलर और थीम को कैसे बदले (How to Change the Color and Theme of Google Chrome in Hindi)

गूगल क्रोम के स्क्रीन के कलर और थीम को बदलने के लिए निचे दिए हुए स्टेप्स को फॉलो करे-

1. गूगल क्रोम के डिफ़ॉल्ट होमस्क्रीन पे जाहिए.

2. स्क्रीन पे आपको Right Corner में bottom में Customize Chrome पे क्लिक करे.

3. स्क्रीनपर एक पॉपअप खुलेगा उसमे आपको Color and Theme ऑप्शन पे क्लिक करना है.

4. आपके सामने कई सारे कलर का ऑप्शन मिलेंगे आप उसमे से जो कलर आपको पसंद है, उसको सिलेक्ट करके स्क्रीन के कलर को बदल सकते है.

हमने अबतक Customize Chrome के दो सेटिंग्स के बारे में जानकारी ली है. Customize Chrome में हमें और एक सेटिंग मिलती है. जिसका यूज करके हम क्रोम के डिफाल्ट स्क्रीन पर दिखाई देनेवाले शॉर्टकट्स को मैनेज(manage) कर सकते है.

Google क्रोम के डिफ़ॉल्ट स्क्रीन के शॉर्टकट को कैसे मैनेज करें (How to Manage Shortcuts for Google Chrome’s Default Screen in Hindi)

शॉर्टकट्स में आपको तीन ऑप्शन मिलेंगे. उसमे

My Shortcuts : इस ऑप्शन को सिलेक्ट करके आपको जिन shortcuts को डिफ़ॉल्ट स्क्रीन पे सेट करना चाहते हो. उन्हें सेट कर सकते है.

Most Visited Sites : इस ऑप्शन को सिलेक्ट करने के बाद, आप ज्यादातर जिन वेबसाइट्स को Visit करते हो वह automatically डिफ़ॉल्ट स्क्रीन के शॉर्टकट्स पे सेट होते है.

Hide shortcuts : इस ऑप्शन को सिलेक्ट करके आप डिफ़ॉल्ट स्क्रीन पर दिखाई देनेवाले shortcuts को Hide कर सकते हो.

उम्मीद करता हु की, आपको यह पोस्ट पसंद आयी होगी.

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