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7 Computer Facts in Hindi | कंप्यूटर के 7 रोचक तथ्य

Technology में आगे बढ़ती हुई दुनिया में अब Computer को बहुत महत्ववपूर्ण माना जाता है. ऑनलाइन कुछ भी काम करना हो तो कम्प्यूटर और इंटरनेट की मदद से जल्दी से हो जाता है. Data के ऊपर processing करना हो या कुछ presentatiom बनाना हो, ये सब काम Computer की वजह से हो सकते है. इस पोस्ट में हम इसी कंप्यूटर के बारे में Amazing Facts जाननेवाले है.

7 Interesting Facts about computer in Hindi | every computer user should know.

1 . सबसे पहला Electronic Computer का नाम था ENIAC. ENIAC का फुलफॉर्म है-

E – Electronic, N – Numerical, I – Integrator, A – And, C – Computer.

इस कंप्यूटर का वजन लगभग 30 टन था. आसान भाषा में इस कम्प्यूटर का वजन 2 ट्रक के वजन के समान था. और ये कंप्यूटर 150 Kwatt तक Electricity Consume करता था. इस ENIAC में लगभग 18 हजार Vaccum Tubes का यूज किया गया था.

( Vaccum Tube – Vaccum Tube एक Glass tube होती है. जिसमे से हवा को निकाला जाता है. और उससे Vaccum Create किया जाता है. ये Vaccum tube switches और amplifier की तरह काम करती है. )

इनमे से कई Vaccum Tubes हररोज ख़राब होती थी. जिसकी वजह से इस बड़े कंप्यूटर को आधे से ज्यादा टाइम बंद ही रखना पड़ता था. और ऐसे कहा जाता है की ये ENIAC कंप्यूटर बिना ख़राब हुए 5 दिन चला था.

2 . Computer Virus :

Virus एक कंप्यूटर प्रोग्राम की तरह ही रहता है. यह प्रोग्राम कम्प्यूटर को Damage बनाने के लिए बनाया है. जब ये Virus आपके कंप्यूटर में Execute होता है. और अपने आपको Replicate करता रहता है. लेकिन इस Virus को कम्प्यूटर या लैपटॉप में आने से रोका जा सकता है.

इस Continuously Connected World में Virus फ़ैलने के बहुत सारे जरिये है. जैसे की E-mail, Text Message, Social Media, etc. Computer Virus में बहुत सारे Virus Worm थे. लेकिन इनमे से एक पुराने Worm के बारे में हम जान लेते है.

उस Worm का नाम था “I Love You”. ये E-mail Worm था. इस Virus में आपको Email आता था. और उस Email के Subject ” I Love You ” लिखा रहता था. और निचे एक Attachment रहती थी. जिसमे Virus (कंप्यूटर प्रोग्राम) रहता है. जब हम इस Attachment के ऊपर क्लिक करते है, तब वह प्रोग्राम Automatically आपके कंप्यूटर में या लैपटॉप में Execute हो जाता है. और आपके कम्प्यूटर या लैपटॉप में जीतनी भी फाइल्स है, उन्हें Owerwrite करता है. और आपके Windows address book में या Microsoft Outlook के Address में जितने भी Email होते है, उनको Automatically “I Love You” नाम का Email सेंड होता था.

ये “I Love You” नाम का Email Worm साल 2000 में आया था.

3 . Harddisk :

अगर हम Harddisk की बात करे तो हमारे दिमाग में सबसे पहले हार्डडिस्क के size के बारे में दिमाग में आता है. Harddisk कितनी GB की है या TB की है.

पर क्या आप जानते है. जब पहला Harddisk बनाया गया था, तो उसमे सिर्फ 5 MB का Space हुआ करता था. याने की आज के ज़माने का सिर्फ एक गाना उसमे Store होता था. और ये harddisk IBM द्वारा 1956 में बनाई गयी थी. इस Harddisk का वजन लगभग 8 टन था. IBM द्वारा बनाई गयी इस हार्डडिस्क की क़ीमत लगभग 50 हजार डॉलर इतनी थी.

4 . USB Port

अब हमें Computer से कोई भी External Device कनेक्ट करना हो Port की मदद से तो आसानी से कर सकते है. पर उस टाइम बहुत बड़ी बड़ी और अलग अलग Type के Port का यूज किया जाता था. जैसे की Serial Port, Parallel Port, etc. अलग अलग प्रकार के Port होने की वजह से External Device कनेक्ट करने में कई साडी दिक्कते आती थी. इसीलिए उन दिनों कई कंपनियों ने एकसाथ आकर इस Problem का solution ढूंढना शुरू किया. और इससे ही USB की खोज हुई. USB का फुलफॉर्म Universal Serial Bus होता है. USB एक आसान और Standard Port बन चूका है.

USB का Invention एक भारतीय (Indian) ने किया था. 1994 में अजय भट्ट नाम के एक Intel employee और उनके team ने मिलकर किया था.

5 . Keyboard : हमारे Keyboard के ऊपर की Keys alphabetically क्यों नहीं होते ?

हमारे Keyboard के ऊपर के Keys का जो Pattern होता है. उसे QWERTY कहा जाता है. इस QWERTY Keyboard का Invention क्रिस्टोफर सोलस ने 1868 में किया था. पहले कम्प्यूटर नहीं थे तब Typewriter के ऊपर type किया जाता था. उनकी Keys Piano जैसी हुआ करती थी. पहले जो Typewriter होते थे उनके ऊपर की Keys को Alphabetical Order से arrange किया गया था. ये Typewriter मशीन एक Poppet Mechanical Device था. उनमे बहुत सारे Mechanical link का इस्तेमाल किया जाता था. इस Typewriter से टाइप करते समय कुछ ऐसे words होते थे की Alphabetically एकसाथ आते थे. Highspeed में Type करते समय ये alphabets जब एक साथ टाइप होते थे तब Typewriter जाम होता था.

ये प्रॉब्लम solve करने के लिए क्रिस्टोपर सोलस ने इन Alphabets को दूर कर दिया. और क्रिस्टोपर ने बनाए हुए इस कीबोर्ड pattern का नाम QWERTY Pattern पढ़ा. आगे जाकर ये pattern बहुत ही Famous हुआ. और सभी Typewriter Manufacturing कंपनियों ने QWERTY Pattern के Typewriter बनाने लगे.

6 . Weight of Internet : आप सभी तो इंटरनेट का यूज तो करते ही होंगे, पर क्या आपको पता है क्या internet का भी वजन होता है.

अब आप सोचेंगे की internet के वजन किसने Measure किया है, सिर्फ इसे calculate किया गया है. इंटरनेट के ऊपर जीतनी भी वेबसाइट्स, Videos, Images, Files, etc. इन्हे Electrically Save किया जाता है. और यह सभी Data Electrons के form में रहता है. और Electrons का वजन बहुत ही कम होता है. जो की 9.1 * 10-31 kilogram इतना है. Scientist के हिसाब से 50Kb की image store करने लिए 800 करोड़ तक Electrons लगते है. कुछ Scienitist के अनुसार आप 4GB का डाटा अपने मोबाईल में Add करते हो तो आपके मोबाईल का वजन 0.000000000000000001 gm से बढेंगा.

7 . Processor :

क्या आपको पता है ? कम्प्यूटर के Processor में Diodes, Transistor और Resistors होते है. Intel के I7 Processor के Second Generation में 100 करोड़ तक Transistor होते है. जिसे हम Microprocessor कहते है. कम्प्यूटर का Processor कंप्यूटर में Processing का काम करता है.

पहला Microprocessor 1971 में Invent हुआ था. उस Processor का नाम Intel 404 था. इस Processor में लगभग 2300 Transistor थे.

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